बाइक लोन ना चुकाने पर क्या होता है? | बाइक का EMI ना चुकाने से क्या होता है?

Last Updated on April 10, 2024 by siya

आज के समय में बाइक की जरूरत हर किसी को होती है। आज के समय में बाइक हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा है, बाइक हमारे कहीं आने जाने में बहुत सहूलियत प्रदान करते हैं।

आज के समय में भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा बाइक मार्केट है, motorcyclesdata के रिपोर्ट के अनुसार 2022 में देश 1 करोड़ 62 लाख बाइक बेची गई है।

यही कारण है कि बैंक या एनबीएफसी कंपनी बाइक पर लोन देती है, बाइक लोन के कारण देशभर में अधिकांश लोग लोन लेकर बाइक जैसे जरूरत को पूरा कर पा रहे हैं लेकिन कई बार ऐसा होता है कि लोग लोन तो ले लेते हैं लेकिन लोन चुकाने में अनाकानी करते हैं? या लोन नहीं चुका पातें हैं।

कई बार लोगों को लोन ना चुकाने के परिणाम के बारे में पता नहीं होता है, जिस कारण लोग बिना कुछ सोचे समझे आसानी से लोन ले लेते हैं।

आज मैं इस आर्टिकल में बाइक लोन ना चुकाने पर क्या होता है?, इस पर बात करूंगी। साथ ही यह भी जानेंगे कि बाइक लोन ना चुकाने पर क्या जेल हो सकती है?, क्या बाइक लोन माफ होता है? यह सभी कुछ इस आर्टिकल के जरिए जान पाएंगे।

बाइक लोन ना चुकाने पर क्या होता है?
बाइक लोन ना चुकाने पर क्या होता है?

बाइक लोन

बाइक के ख़रीदने के लिए दिए जाने वाले लोन को बाइक लोन कहते हैं, बाइक लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है। बैंक या एनबीएफसी कंपनी बाइक के मूल्य का 70 से 80% लोन के रूप में देती है।

वैसे बाइक लोन Zero Down Payment पर भी दी जाती है, जीरो डाउन पेमेंट का मतलब है बाइक के मूल्य का पूरा पूरा पैसा एनबीएफसी या बैंक लोन के रूप में देती है।

बाइक लोन ना चुकाने पर क्या होता है?

बाइक लोन ना चुकाने पर उधारकरता को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है, यहां मैं कुछ परेशानियों के बारे में बताने जा रही हूं, नीचे जो नीचे दिए गए है – 

  • बैंक की तरफ से call या email आते हैं।
  • बैंक Legal Notice जारी करती है।
  • Recovery Agent उधारकर्ता के पास आते हैं, लोन की रकम वसूलने के लिए।
  • बाइक को जब्त किया जा सकता है।
  • अकाउंट होल्ड होने के साथ-साथ अकाउंट से पैसे कट सकते हैं।

क्या बाइक लोन ना चुकाने पर जेल हो सकती है?

कई बार लोग ऐसा कहते हैं कि बाइक लोन ना चुकाने पर जेल हो जाएगी, लोगों का ऐसा कहना बिल्कुल गलत है क्योंकि बाइक लोन सिविल केस के अंतर्गत आती है।

इसका मतलब होता है की बाइक लोन ना चुकाना कोई अपराध का काम नहीं है जिसके कारण उधारकर्ता को जेल हो जाए। हाँ, बाइक लोन ना चुकाने से लोन लेने वाले को काफी परेशानियां हो सकती हैं लेकिन जेल नहीं।

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बाइक लोन ना चुकाने के नुकसान

बाइक लोन ना चुकाने से लोन चुकाने की रकम बढ़ जाती है, इसके साथ अन्य charges भी बढ़ते जाते हैं, साथ ही बाइक लोन ना चुकाने पर लोन लेने वाले का image बैंक के नज़र में खराब होता जाता है।

बाइक लोन ना चुकाने की स्थिति में उधारकर्ता का सिबिल स्कोर भी खराब होता जाता है, सिबिल स्कोर के खराब होने के कारण अगली बार लोन लेने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।

बाइक लोन ना चुकाने पर बैंक की तरफ से कॉल या ईमेल आते हैं

जैसा कि आपको अच्छी तरह से पता होगा ही कि बाइक लोन के अमाउंट को बैंक द्वारा फिक्स किए गए किस्त में, वह भी एक निश्चित डेट पर देनी होती है। यह किस्त हर महीने उधारकर्ता द्वारा दिए जाने होते है।

यही किस्त अगर उधारकर्ता EMI के Date पर नहीं जमा कर पाते हैं या किसी भी कारणवश से 3 या 4 देरी हो जाती है, उस स्थिति में बैंक या एनबीएफसी कंपनी as a reminder के रूप में उधारकरता को call  और message करते हैं।

बाइक लोन ना चुकाने पर बैंक लीगल नोटिस जारी करती है

बैंक या एनबीएफसी कंपनी लोन की किस्त ना जमा करने पर उधार करता को कॉल या ईमेल करते हैं लेकिन वही उधारकृता जब किस्त को 3 महीने तक लगातार जमा नहीं करते हैं तो उस स्थिति में बैंक या NBFC कंपनी 3 महीने तक लगातार उधारकर्ता को कॉल या मैसेज करते रहते हैं ताकि उधार करता अपना लोन चुका सके|

अब 3 महीने के बाद अंत में बैंक या NBFC कंपनी द्वारा legal notice भेजे जाते हैं, Legal notice जो आपको  लिखित रूप में लोन चुकाने के लिए बोले जाते हैं।

इस legal notice में लोन से संबंधित सभी डिटेल्स जैसे

  • लोन अमाउंट
  • लोन को कितनी किस्त में pay करनी है
  • कितनी किस्त आपने pay नहीं की है
  • साथ ही सभी प्रकार के charges जो किस्त pay ना करने पर लगी हो आदि

यह सब कुछ legal notice मे दी रहती है, इसके अलावा legal notice एक तरह से उधारकरता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए चेतावनी है।

बाइक लोन ना चुकाने पर रिकवरी एजेंट भेजे जाते है

जब लीगल नोटिस के भेजने पर भी अगर उधारकर्ता बाइक लोन की किस्त जमा नहीं करते हैं, तब अंततः बैंक या कंपनी अपने तरफ से रिकवरी एजेंट को उधार करता के पास भेजते हैं।

यहां रिकवरी एजेंट  वह होता है जो उधार करता से लोन की वसूली करते हैं |यह रिकवरी एजेंट उधार करता के पास जाकर उनसे लोन pay करने के लिए कहते हैं। अगर उधारकर्ता  कुछ समय के लिए लोन सेटेलमेंट करना चाहते हैं तो रिकवरी एजेंट लोन सेटेलमेंट भी करते हैं।

जब लोन लेने वाला उधार करता किसी भी कारणवश लोन pay  करने में असमर्थ होता है, तब लोन सेटेलमेंट की नौबत आती है। यह एक प्रक्रिया होती है जिसमें उधारकर्ता एक निर्धारित समय में लोन चुकाने का प्रस्ताव रखता है।

लोन सेटेलमेंट के बाद लोन अमाउंट तो पूरा चुकाना होता ही है लेकिन Additional charge जैसे Penalty, इंटरेस्ट और other charge से राहत मिलती है।

बाइक लोन ना चुकाने पर बाइक जब्त कर ली जाएगी

ईमेल या कॉल करने पर बैंक नोटिस जारी करने पर और रिकवरी एजेंट भेजने पर  मतलब इतनी सारी प्रक्रिया के बाद भी अगर उधारकर्ता बाइक लोन की किस्त नहीं भरते हैं तो अब  बैंक या NBFC कंपनी बाइक को जब्त कर लेती है।

बाइक को जब्त करने के बाद भी अगर उधारकर्ता किस्त नहीं भरते हैं तो कुछ समय बाद बाइक की नीलामी कर दी जाती है, बाइक की नीलामी करके बैंक या कंपनी लोन की भरपाई करते हैं, चूँकि बाइक लोन तो सिक्योर्ड लोन होती है।

बाइक लोन ना चुकाने पर अकाउंट होल्ड होने के साथ-साथ अकाउंट से पैसे कट सकते हैं 

जिस बैंक से आपने लोन लिया हो अगर उस बैंक में आपका अकाउंट हो, साथ ही आपके अकाउंट में अगर बैलेंस हो तो बाइक लोन की ईएमआई pay न करने की स्थिति में बैंक के अकाउंट से बैलेंस काट लेती है, इसके अलावा आपका अकाउंट होल्ड कर दिया जाता है।

बाइक लोन ना चुकाने पर, ये हैं आपके अधिकार

  • बैंक बिना किसी सूचना के उधार करता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकते हैं।
  • जब भी रिकवरी एजेंट उधारकर्ता के पास आए तो बैंक के पास legal notice होने चाहिए और अगर बिना लीगल नोटिस के बैंक या कंपनी आपके पास आते हैं तो उधारकर्ता बैंक या कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कर सकते।
  • बैंक महीने में सिर्फ एक बार ECS या चेक लगा सकती है, अगर बैंक या कंपनी एक से अधिक बार ECS या चेक लगाती है तो ऐसी स्थिति में भी उधारकर्ता बैंक या कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करवा सकते हैं।

निष्कर्ष

अब मैं उम्मीद करती हूं की उधारकर्ता की समस्या बाइक लोन ना चुकाने पर क्या होता है, यह दूर हो गई होंगी। इस आर्टिकल के साथ मैं एक सलाह देना चाहूंगी कि आप ऐसा काम ना करें।

अगर आपने बाइक लोन पर ली हो, तो उस लोन की ईएमआई आप निश्चित डेट पर चुकाए क्योंकि मैंने आपको परिणाम तो बता ही दिए हैं कि बाइक लोन ना चुकाने पर क्या होता है?

इसलिए बाइक लोन की ईएमआई समय-समय पर चुकाते रहे, इससे आपका सिविल स्कोर भी बढ़ता जाएगा और आप अगली बार कोई भी लोन लेना चाहे तो वह लोन आसानी से आपको मिल जाएगी।

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